हाफ गर्लफ्रेंड
या कि यह बात सही है या नहीं, लेकिन अब मैं जानता था। यह वही लम्हा था।
शायद मुझे उससे प्यार करने के लिए थोड़ा और इंतजार करना चाहिए था। लेकिन मैं जानता था कि इसकी
कोई तुक नहीं है। मेरा अपनी फीलिंग्स पर कंट्रोल नहीं रह गया था। लिहाजा, कॉलेज में अपने पहले दिन ही मुझे प्यार हो गया था। बेहतरीन बास्केटबॉल खिलाड़ी, इंग्लिश लिट्रेचर की स्टूडेंट, दुनिया की सबसे खूबसूरत लड़की,
शानदार आईब्रोज की मल्लिका और कमाल की लाइन्स बोलने वाली रिया सोमानी ने मेरे दिल को उसकी
आरामगाह में से झपटकर हासिल कर लिया था।
जाहिर है, मैं इसका इजहार नहीं कर सकता था। न तो मुझमें इतना साहस था, और न ही यह कोई बहुत स्मार्ट
आइडिया होता।
हम कॉरिडोर से होकर अपनी-अपनी क्लास की ओर बढ़ने लगे। मुझे और दो मिनट के लिए उसका साथ
मिला।
' तुम्हारी यहाँ किसी से दोस्ती हुई?' उसने पूछा। "नहीं तो, मैंने कहा 'और आप?"
"स्टीफेंस में मेरे स्कूल के कुछ क्लासमेट्स हैं। प्लस में दिल्ली की ही है तो बाहर भी मेरे कई दोस्त हैं।'
आई होप, मैं एडजस्ट कर पाऊँगा, मैंने कहा 'मैं तो यहाँ खुद को बेगाना महसूस करता है।"
'ट्रस्ट मी, अपना तो यहाँ किसी को भी नहीं लगता, उसने कहा 'तुम्हें कौन-सा रेसिडेंस दिया गया है?"
"रुद्र" मैंने कहा। और तुम्हें "
'ये लोग दिल्ली वालों को रेसिडेंस नहीं देते। अनफॉर्च्यूनेटली में डे स्की है. उसने कहा। डे स्कॉलर्स के लिए डे- मेरा क्लासरूम आ गया, लेकिन मैंने उसे अनदेखा कर दिया। मैं उसका क्लासरूम आने तक उसके साथ चलना
स्की एक कॉमन टर्म है।
चाहता था।
'ओह, ये रही मेरी क्लास, 'उसने कहा 'और तुम्हारी?" 'मैं ड लूंगा। गो अहेड, मैंने कहा।
वह मुस्करा दी और मुझे गुडवाय बेब किया। में उससे पूछना चाहता था कि क्या वह मेरे साथ कॉफी पीने
चलेगी, लेकिन पूछ न सका। मैं हाफ कोर्ट से लगातार तीन बार बास्केट को शूट कर सकता था, लेकिन एक लड़की से
मेरे साथ कॉलेज कैफेटेरिया तक चलने को नहीं कह सकता था। 'बास्केटबॉल,' अचानक यह मेरे मुँह से निकल गया।
'व्हाट!"
'मेरे साथ खेलना चाहोगी?" मैंने तेजी से खुद को संभालते हुए कहा।
"तुम्हारे साथ? यू विल किक माय एस, उसने कहा और हंस पड़ी। मुझे पता नहीं था कि उसे ऐसा क्यों लगा कि मैं ऐसा कुछ करूंगा और उसे यह मुहावरा क्यों मजेदार लगा। फिर भी में उसके साथ हंसी में शामिल हो गया। 'तुम अच्छा खेलती हो,' मैंने उससे कहा। अब हम उसकी क्लासरूम के दरवाजे पर खड़े थे। "ओके, शायद कुछ दिनों बाद पहले हम अपनी क्लासेस में सेटल हो जाएँ,' उसने कहा।
'यू आर गुड रियली गुड' उसने टॉवल से अपना चेहरा पोंछते हुए कहा।
हमने एक हाफ कोर्ट गेम खेला था। मैंने उसे 20-9 से हरा दिया था। 'मैं तो होपलेस हूँ, ' उसने कहा और अपनी पानी की बॉटल से घूंट पिया। उसने एक फिटेड स्लीवलेस व्हाइट
टॉप
और पर्पल शॉर्ट्स पहने थे।
"ऐसी बात नहीं है। बस तुम्हें थोड़ी प्रैक्टिस की दरकार है, मैंने कहा। पानी पीकर उसने खाली बोतल को हिलाया। 'मुझे तो और प्यास लग रही है, उसने कहा।
"कैफे?" मैंने कहा। उसने मेरी तरफ कुछ-कुछ हैरत से देखा। मैंने अपने चेहरे पर कोई भाव नहीं आने दिए। कैफे में अच्छा फूट जूस मिलता है, मैंने मासूमियत से कहा।